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कोरोना वायरस के लक्षण

Corona Virus Ke Lakshan in Hindi

कोरोना वायरस कोविड-19 (COVID-19) वायरस आजकल बहुत ही तेजी से लोगों में फैलता जा रहा है, आज पूरी दुनिया इस कोरोना वायरस की चपेट में आ गयी है, इस वायरस की वजह से लाखों लोगों की जान चली गयी, लाखों लोगों की नौकरियां चली गयीं। बहुत से व्यापार बंद हो गए बहुत से देश आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे हैं।

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सरकार वो हर संभव प्रयास कर रही है जिससे लोगों को इस बीमारी से बचाया जा सके लेकिन फिर भी कोरोना की वजह से हो रही मौतों को सिलसिला रुक नहीं रहा है दिन पर दिन कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं ऐसे में लोग बहुत ही डरे सहमे हुए हैं और सबसे बड़ी समस्या यह है कि तक इसका कोई एंटीडोट नहीं बन पाया है इसलिए इससे बचाव ही एकमात्र रास्ता है. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है।

कोरोना वायरस के लक्षण

इस कोरोना वायरस (COVID-19) से पीड़ित व्यक्ति तेज़ बुखार के साथ-साथ खांसी, जुकाम और सांस की तकलीफ जैसे लक्षणों का अनुभव करता है । इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते होते हैं। कुछ मामलों में देखा गया है कि पीड़ित रोगी को दस्त और उल्टी भी होने लगती है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है कोरोना वायरस का मानव शरीर में रहने का समय 14 से 18 दिन का होता है और सबसे चिंता का विषय तो ये है कि संक्रमित रोगी में लक्षण तब नज़र आने लगते हैं, जब यह पूरी तरह मनुष्य के शरीर में घर कर चुका होता है ।

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खास तौर पर अधिक उम्र के बुजर्ग लोग और कम उम्र के बच्चों पर कोरोना वायरस corona virus अपनी चपेट में जल्दी ले लेता है क्यूंकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में और बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है जिससे उनका शरीर पूरी तरह से वायरस से लड़ने में काम सक्षम होता है जिसकी वजह से वायरस उनपे जल्दी अपना प्रभाव दिखाता है। जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है उन लोगों को बहुत ही सावधानी बरतने की जरुरत है। corona virus ज्यादातर मुँह और नाक के जरिये मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है और उसके बाद वह मनुष्य के गले में अटैक करता है धीरे धीरे स्वाँस नली की बंद करने लगता है जिससे इंसान को साँस लेने में दिक्कत आने लगती है और अगर सही समय पर संभव इलाज ना शुरू हो तो मनुष्य की जान भी जा सकती है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है।

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कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर भी गौर करें


तेज बुखार आना: अगर किसी व्यक्ति को सूखी खांसी आ रही है साथ ही तेज बुखार भी है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99 डिग्री फारेनहाइट तक या उससे कम है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. क्यूंकि मनुष्य के शरीर का सामान्यतः तापमान 95 डिग्री फारेनहाइट से 99 डिग्री फारेनहाइट होता ही है अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तो यह चिंता का विषय है।

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कफ और सूखी खांसी: कभी कभी ये भी देखा गया है कि कोरोना वायरस के मरीजों को कफ हो जाता है मगर ज्यादातर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है।

सांस लेने में समस्या: कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है। सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है।

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फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षण: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।

डायरिया और उल्टी: कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण भी देखे गए है। लगभग 20 से 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं।

सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी: ज्यादातर मामलों में यह भी पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आ जाती है।

गला में खराश और दर्द: कोरोना वायरस के कुछ मरीजों में छींक आना और गले में खराश होने जैसी समस्या देखी गई है. हालांकि छींक आने का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप कोरोना वायरस से ही पीड़ित हों, लेकिन ज्यादातर मामलों में गले में खराश और दर्द होने जैसी समस्या पायी गयी है।

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