logo

Desi Gharelu Upay

manglik dosh ke upay

Plz Share

मांगलिक दोष के उपाय हिंदी में

Manglik Dosh Ke upay Hindi Me

कुछ लोग मंगल दोष को मांगलिक दोष भी कहते हैं। ज्योतिष के अनुसार ऐसा माना जाता है मंगल जिस भी जातक की कुंडली में प्रवेश करता है, उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उसके जीवन में उथल-पुथल भी मच सकती है, मांगलिक दोष के कारण कोई भी कार्य आसानी से सफल नहीं होता, तमाम कोशिशों के बाद भी वह जातक सफलता हासिल नहीं कर पाता है । जिन लोगों को मंगल दोष होता है उनकी शादी में बेहद परेशानियां आती हैं ।

इसे भी पढ़ें : कालसर्प दोष निवारण के अचूक उपाय

ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष लगता है। ऐसी मान्यता है कि यह दोष जिनकी कुण्डली में हो उसे मंगली जीवनसाथी ही तलाश करनी चाहिए। ज्योतिषानुसार मांगलिक दोष को विवाह के लिए अशुभ माना जाता है। यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है और इसी कारण आपका विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह होने के बाद वैवाहिक जीवन में संकट खड़े हो गए हैं तो ऐसे में हम आपको मांगलिक दोष को कम करने के कुछ उपाय बता रहे हैं जिनको करने से आपका मंगल दोष शांत हो जाएगा ।


मांगलिक दोष के उपाय हिंदी में

Manglik Dosh Ke upay Hindi Me


मांगलिक जातक को मंगलवार के दिन बंदरों को गुड़ और चने खिलाना चाहिए, इसके साथ ही अपने घर में लाल पुष्प वाले पौधे या वृक्ष लगाकर उनकी सेवा करनी चाहिए, उनकी सही से देखभाल करनी चाहिए। ऐसा करने से मांगलिक दोष कम हो जाता है।

ऐसा माना जाता है कि यदि वर मांगलिक है और कन्या मांगलिक नहीं तो विवाह से पूर्व वर को अश्वत्थ विवाह अर्थात पीपल या बरगद के वृक्ष से विवाह कराकर, विवाह के पश्चात उस वृक्ष को कटवा दें, इससे मंगल दोष उस वृक्ष के साथ समाप्त हो जाता है और वैवाहिक जीवन में मंगल बाधक नहीं बनता है।

इसे भी पढ़ें : वास्तु दोष निवारण के उपाय

ज्योतिष के अनुसार कभी कभी 28 वर्ष की उम्र के बाद मांगलिक दोष अपने आप ही खत्म हो जाता है। यदि मंगल मेष, कर्क, वृश्चिक, या मकर राशि हो तो भी मंगल दोष खत्म हो जाता है।

इसी प्रकार अगर कन्या मांगलिक है और वर मांगलिक नहीं है तो फेरे से पूर्व भगवान विष्णु के साथ अथवा केले के पेड़ के साथ कन्या के फेरे लगवा देने से मांगलिक दोष खत्म हो जाता है ।

कुंभ विवाह : कन्या के मांगलिक होने पर उसका विवाह भगवान विष्णु के साथ कराया जाता है। इस कुंभ या कलश में विष्णु स्थापित होते हैं। इसे कुंभ विवाह भी कहा जाता है

धर्म शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरण से सिन्दूर ले कर उसका टीका माथे पर लगाने से हनुमान मंगल दोष को नष्ट कर देते हैं।

इसे भी पढ़ें : प्रेम मे सफलता पाने के सरल और अचूक उपाय

मांगलिक दोष निवारण का अचूक उपाय - केसरिया गणपति की पूजा, लाल कपड़े का दान, पीपल के पेड़ की दूध से पूजा और घर पे हाथी दान्त रखना ।

मांगलिक दोष का दुष्प्रभाव ख़त्म करने के लिए हर मंगलवार को शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाएं। इसके साथ ही शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब भी अर्पित करें ।

लाल वस्त्र में मसूर दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्टान एवं द्रव्य लपेट कर नदी में प्रवाहित करने से मंगलदोष काफी हद तक कम हो जाता है।

मंगल दोष से पीड़ित जातक को क्रोध कम कम करना चाइये और सकारात्मक सोच को और भी ज्यादा बेहतर बनाएं रखना चाहिए ।

मांगलिक जातक को शुक्रवार के दिन माँ मंगला गौरी की आराधना करनी चाहिए करे। माँ मंगला गौरी की कृपा से मांगलिक दोष ख़त्म हो जाता है।

इसे भी पढ़ें : शनि की ढैय्या से बचने के उपाय

मांगलिक जातक को भगवान शिव के चमत्कारी महामृत्युजय मंत्र का जाप करना करना चाहिए इससे भी दोष कम हो जाता है।

मंगलदोष को कम करने के लिए मसूर की डाल और शहद को बहते हुए पानी में बहाने से भी लाभ मिलता है ।

मंगल दोष से पीड़ित जातक को छोटे भाई बहनों का ख्याल रखना चाहिए ।

मंगल दोष से पीड़ित जातक को लाल रंग के वस्त्र नहीं पहननें चाहिए ।

मांगलिक जातक को मंगवार को वृत रखना चाहिए और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें : शनि की साढ़े साती के उपाय

आटे की लोई में गुड रखकर सफेद गाय को खिलाने से मंगलदोष कम हो जाता है।

मंगल चन्द्रिका स्तोत्र का पाठ करना मंगल दोष कम करने का एक शक्तिशाली उपाय है।
Top